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हरियाणा सरकार ने कॉलेजों और पॉलिटेक्निक कॉलेजों में फाइनल ईयर की लिखित परीक्षाएं करवाने का फैसला लिया है। ये परीक्षाएं 1 से 31 जुलाई तक होंगी। जल्द ही डेटशीट जारी कर दी जाएगी। 7 अगस्त तक इन परीक्षाओं का रिजल्ट भी घोषित कर दिया जाएगा। परीक्षाओं को पूरी तरह से सोशल डिस्टेंसिंग के दायरे में करवाया जाएगा और एमएचए की तमाम गाइडलाइंस का पालन भी परीक्षा के दौरान किया जाएगा।हायर एजुकेशन एंड टेक्निकल एजुकेशन डिपार्टमेंट ने इस संदर्भ में सभी विश्वविद्यालयों कॉलेजों के वीसी एवं प्राचार्यों को इस संदर्भ में आदेश दे दिए हैं। जारी आदेश में कहा गया है कि उच्च एवं तकनीकी शिक्षा के अंतर्गत फाइनल सेमेस्टर के सभी कोर्स इसकी लिखित परीक्षा आयोजित करवाई जाएगी।हरियाणा के बाहर रहने वाले छात्रों के लिए लिखित परीक्षा में विकल्प रखा जाएगा। यदि वे फिजिकल एग्जामिनेशन नहीं कर पाते तो उनकी पिछली परीक्षाओं एवरेज को आधार बनाया जाएगा। मध्यम वर्ष के छात्रों को इंटरनल एसेसमेंट व पूर्व परीक्षाओं के रिजल्ट की समीक्षा और 50 फीसद वेटेज के साथ अगले सेमेस्टर में प्रोमोट कर दिया जाएगा। लेकिन हां, यदि विश्वविद्यालय इनकी भी परीक्षा लेना चाहता है तो ले सकता है। जिन छात्रों की रि-अपीयर है, उन्हें भी अगले सेमेस्टर में प्रोमोट करते हुए उनकी रि-अपीयर को आगे कैरिड फॉरवर्ड कर दिया जाएगा। जबकि पहले वर्ष के छात्रों को सिर्फ इंटरनल एसेसमेंट के आधार पर अगले वर्ष में प्रोमोट किया जाएगा। यदि प्रैक्टिकल एग्जामिनेशन नहीं हो सकते तो छात्रों को इसका लाभ उनके पिछले प्रैक्टिकल एग्जामिनेशन के औसत या उनके थ्योरी एग्जामिनेशन मार्क्स के 80 फीसद आधार पर दिया जाएगा। इन परीक्षाओं के दौरान छात्रों के लिए हॉस्टल नहीं खोले जाएंगे। सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों और पॉलिटेक्निकों की फाइनल ईयर की भी परीक्षा आयोजित की जाएगी। एजुकेशन विभाग के एक अफसर के अनुसार चूंकि फाइनल ईयर की परीक्षा के बाद बहुत से छात्रों को या तो पीजी कक्षाओं में दाखिला लेना है या ग्रेजुएशन के आधार पर नौकरियों के लिए आवेदन करना है। इसलिए फाइनल ईयर की परीक्षाओं का होना जरूरी है।
जनता का विश्वाश है कि उन के काम तो विज ही करवा सकता है, ये दरबार फिर से शुरू होना चाहिए जिस से दरबार में आने वालों को हर सुविधा हो , अब तो उन्हे मजबूरन धूप में, बारिश में लाइन लगा कर घंटो खड़े रहना पड़ता है।