भारत ने दिया दोस्ती का संदेश - गलती से भारत में दाखिल हुए पाकिसानी युवक को वापिस वतन भेजा
भारत पाकिस्तान के बीच बेशक लंबे समय से तनाव चला आ रहा है। दोनों देश अंतर्राष्ट्रीय मंच पर एक दूसरे को कोसते हैं। लेकिन दोनों देशों के बीच उठाए जाने वाले कदम दोस्ती का संदेश भी देते हैं। बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) ने ऐसे ही दोस्ती का एक संदेश देते हुए भारतीय सीमा में दाखिल हुए पाकिस्तानी नागरिक इमरान को लौटा दिया है BSF के अधिकारियों ने गलती से बॉर्डर क्रॉस करने वाले इमरान को पाक रेंजर्स के सुपुर्द कर दिया।
गौरतलब है कि BSF की टुकड़ी ने गुरदासपुर अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर स्थित बॉर्डर आउट पोस्ट (BOP) शाहपुर से एक पाकिस्तानी नागरिक को गिरफ्तार किया था। युवक ने अपनी पहचान पाकिस्तान में जिला नारोवाल के गांव कामोकी निवासी इमरान अहमद के रूप में बताई। BSF ने इमरान को हिरासत में लेकर पूछताछ की। उसकी तलाशी ली गई, लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। इमरान ने अपनी उम्र भी 17 साल बताई। BSF ने इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी। उच्चाधिकारियों ने इमरान को वापस पाकिस्तान भेजने का फैसला लिया।
पाकिस्तान रेंजर्स के सुपुर्द किया गया इमरान
इमरान ने बताया कि उसने गलती से बॉर्डर पार कर लिया। उसकी बॉर्डर क्रॉस करने की मंशा नहीं थी और न ही वह किसी को नुकसान पहुंचाना चाहता था। भारत ने भी मानवता का परिचय देते हुए इमरान को वापस करने का फैसला लिया, जिसके बाद BSF के अधिकरियों ने BOP शाहपुर पर इमरान को पाक रेंजर्स के हवाले कर दिया।
10वां नागरिक है इमरान, जिसे BSF ने लौटाया
यह पहला मामला नहीं है, जब भारत ने दोस्ती का संदेश देते हुए गलती से बॉर्डर क्रॉस करने वाले युवक को वापस लौटाया हो। तीन महीने पहले एक युवक गलती से बॉर्डर पार कर गया था, जिसे वाघा सीमा के रास्ते वापस पाकिस्तान भेजा गया। इमरान 10वां पाक नागरिक है, जिसे गलती से बॉर्डर पार करने के बाद वापस पाकिस्तान भेजा गया है।
इस संबंध में बीएसएफ की 73 बटालियन के सीओ प्रीतपाल सिंह भट्टी ने बताया की बीती शुक्रवार की देर रात शापुरपुर चौकी नजदीक पाकिस्तान की तरफ से एक नौजवान भारत की सरहद में दाखिल हुआ जिसे मौके पर तैनात जवानों द्वारा गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया की पकड़े गए नौजवान की पहचान इमरान मोहमद पुत्र सुलतान अहमद निवासी गांव कमोकी नारोवाल पाकिस्तान के रूप में हुई जिससे करीब 60 रुपए पाकिस्तानी करेंसी के इलावा कोई भी संदिग्त वस्तु बरामद नही हुई। जिसके बाद गहराई से पुछताछ करने उपरांत पता चला की इमरान मोहमद किसी केट्रर साथ मजदूरी का काम करता था और बीती रात भी वही से वापिस आ रहा था लेकिन रास्ता भूल गया और गलती से पाकिस्तान से भारत की सीमा में घुस गया जिस उपरांत पाक रेजरों से संपर्क साधने के बाद शनिवार देर शाम इमरान अहमद को पाक को सौंप दिया गया।
जनता का विश्वाश है कि उन के काम तो विज ही करवा सकता है, ये दरबार फिर से शुरू होना चाहिए जिस से दरबार में आने वालों को हर सुविधा हो , अब तो उन्हे मजबूरन धूप में, बारिश में लाइन लगा कर घंटो खड़े रहना पड़ता है।