हरियाणा में नवंबर तक पांच हजार गांवों को 24 घंटे बिजली शेड्यूल की श्रेणी में लाया जाएगा। अभी तक 4463 गांव इस शेड्यूल के दायरे में आ चुके हैं। जबकि 60 गांव को इसी महीने एक शेड्यूल पर डाल दिया जाएगा। यानी 4523 गांव में जुलाई शुरुआत तक 24 घंटे बिजली मिलना शुरू हो जाएगी। शेष गांव के लिए बिजली निगम ने नवंबर तक का टारगेट रखा है।लॉकडाउन खत्म होने के बाद हरियाणा बिजली वितरण निगम ने योजनाओं को रफ्तार देने का काम शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में म्हारा गांव-जगमग गांव योजना को भी तेजी से आगे बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। सरकार भी चाहती है कि हरियाणा दिवस यानी 1 नवंबर तक सूबे के पांच हजार गांवों में 24 घंटे बिजली मिले। हरियाणा बिजली वितरण निगमों के एमडी शत्रुजीत कपूर ने बताया कि मुख्यमंत्री भी चाहते हैं कि योजना के तहत सभी गांवों में बेहतर और 24 घंटे शेड्यूल के तहत बिजली मिले। एमडी ने बताया कि अभी तक जो गांव 24 घंटे शेड्यूल के दायरे में आ चुके हैं। वहां साढ़े 23 घंटे से अधिक रोजाना बिजली सप्लाई दी जा रही है।बिजली वितरण निगमों द्वारा ग्रामीण उपभोक्ताओं को 921.70 करोड़ यूनिट बेचने का प्रस्ताव है। इसके साथ ही 6650 करोड़ रुपये की ग्रामीण इलेक्ट्रिसिटी सब्सिडी देने पर भी विचार किया जा रहा है। यह दोनों प्रस्ताव हरियाणा इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन के चेयरमैन डीएस ढेसी के समक्ष निगम की ओर से एआरआर की बैठक में भी रखे गए थे।एमडी शत्रुजीत कपूर ने बताया कि चूंकि अब धान का सीजन आने वाला है। इसलिए बिजली निगमों ने कृषि कार्यों के लिए किसानों को 8 से 10 घंटे तक बिजली देने की व्यवस्था की है। कहा कि कोशिश रहेगी कि कृषि कार्यों के लिए यह बिजली सप्लाई शिफ्टों की बजाय एक साथ सुचारु रूप से दी जाए।
जनता का विश्वाश है कि उन के काम तो विज ही करवा सकता है, ये दरबार फिर से शुरू होना चाहिए जिस से दरबार में आने वालों को हर सुविधा हो , अब तो उन्हे मजबूरन धूप में, बारिश में लाइन लगा कर घंटो खड़े रहना पड़ता है।