अस्पतालों और तमाम स्किन स्पेशियलिस्ट एवं फिजिशियन के पास इलाज के लिए आने वाले मरीज बता रहे हैं कि जब से वे हैंड सेनिटाइजर का इस्तेमाल करने लगे, तब से उन्हें सिर दर्द, चक्कर आना शुरू हो गया। यहां तक कि त्वचा का रंग सांवला पड़ रहा है। चिकित्सक भी हैंड सेनिटाइजर में मौजूद केमिकल एथनॉल, एन प्रोपनॉल, आइसोप्रोफाइल नामक ड्राई अल्कोहल को स्किन एलर्जी, सिर दर्द एवं चक्कर के लिए जिम्मेदार मान रहे हैं।स्किन स्पेशलिस्ट के अनुसार ' स्किन क्लीनिक में हर रोज 15 से 20 मरीज ऐसे आ रहे हैं, जो कह रहे हैं कि जबसे हैंड सेनिटाइजर का इस्तेमाल कर रहे हैं, उन्हें अक्सर सिर दर्द के साथ चक्कर आने लगा है। सैनिटाइजर के अधिक इस्तेमाल से त्वचा में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया मर जाते हैं। इसके अलावा इसके सूंघने से सिर दर्द की समस्या हो सकती है।' डॉक्टर्स के अनुसार 'सैनिटाइजर में मौजूद केमिकल से स्किन एलर्जी, सिर दर्द एवं चक्कर आने की समस्या, त्वचा में खुजली होने, धूप एवं धूल से एलर्जी जैसी समस्या हो सकती है। बार-बार हैंड सेनिटाइजर के इस्तेमाल से त्वचा में मौजूद नैचुरल ऑयल समाप्त हो जाता है, जिससे त्वचा सूखने लगती है और खुजली होने लगती है। इस में मौजूद केमिकल्स की वजह से हार्मोनल दिक्कत हो सकती है। इससे गर्भधारण में समस्या हो सकती है। इसके अलावा सेनिटाइजर में मौजूद केमिकल के कारण शरीर की इम्यून पॉवर कम हो जाता है। ऐसे में लोगों को सलाह दी जाती है कि वे हैंड सेनिटाइजर के बजाय हैंडवॉश से कम से कम 20 सेकेंड तक हाथ धोएं।
जनता का विश्वाश है कि उन के काम तो विज ही करवा सकता है, ये दरबार फिर से शुरू होना चाहिए जिस से दरबार में आने वालों को हर सुविधा हो , अब तो उन्हे मजबूरन धूप में, बारिश में लाइन लगा कर घंटो खड़े रहना पड़ता है।