सिग्नस हाई वर्ल्ड स्कूल में धूमधाम से मनाया बैसाखी का त्यौहार
सिग्नस हाई वर्ल्ड स्कूल ( साहा ) में बैसाखी का त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया गया। स्कूल की मुख्याध्यापिका अंजू सुखीजा ने सभी विद्यार्थियों को बैसाखी की शुभकामनाएं दी। मुख्य अध्यापिका जी ने विद्यार्थियों को बताया की बैसाखी का त्यौहार क्यों मनाया जाता है? उन्होंने विद्यार्थियों को यह भी बताया कि इस दिन सिखों के दसवें गुरु-गुरु गोबिंद सिंह ने खालसा पंथ की नींव रखी थी स्कूल के विद्यार्थियों की तरफ से एक रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। रंगमंच को संचालित करने का भार मेघना पुंज ने उठाया तथा बलजीत एवं श्रीमती पूनम रानी ने बैसाखी पर्व पर एक सुंदर भाषण प्रस्तुत करके विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया। कक्षा छठी के विद्यार्थी सुखमन ने कविता से सब का मन मोह लिया। कक्षा सातवीं के कुंवर ने बैसाखी के ऊपर एक सुंदर भाषण प्रस्तुत किया। पहली से आठवीं तक के विद्यार्थियों ने अलग-अलग गीत पर अलग-अलग नृत्य प्रस्तुत करके एक सुंदर समा बांध दिया । समारोह का अंत आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों ने मूल मंत्र से किया तथा बच्चों को इस चीज से अवगत करवाया गया की परमात्मा एक है। उसी का नाम सत्य है। वह सृष्टि का रचनाकार है वह भय से रहित है। वह घृणा से मुक्त है। उसका स्वरूप काल से परे है। अंत में विद्यालय की मुख्य अध्यापिका जी ने एक बार फिर से विद्यार्थियों को बैसाखी की शुभकामनाएं दी तथा साथ ही साथ डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की 130वीं जयंती पर सभी को शुभकामनाएं दी।।
जनता का विश्वाश है कि उन के काम तो विज ही करवा सकता है, ये दरबार फिर से शुरू होना चाहिए जिस से दरबार में आने वालों को हर सुविधा हो , अब तो उन्हे मजबूरन धूप में, बारिश में लाइन लगा कर घंटो खड़े रहना पड़ता है।