सांसद रतनलाल कटारिया के निधन से पार्टी और देश की राजनीति को भारी क्षति पहुंची है : गृह मंत्री अनिल विज
सांसद रतनलाल कटारिया के निधन की जानकारी मिलते ही गृह मंत्री अनिल विज ने अपने सभी कार्यक्रम रद्द किए और उनके अंतिम दर्शन के लिए पंचकुला पहुंचे। विज ने कहा कि रतन लाल कटारिया पार्टी के कद्दावर नेता थे और उनके बहुत अच्छे मित्र रहे हैं।उन्होंने कहा कि सन् 1987 में कटारिया विधायक थे और 1990 में वह भी विधायक बने थे। विधानसभा की जो समितियां होती थी वह बाहर के प्रदेशों में अध्ययन के लिए जाती थी और हम साथ-साथ बाहर जाते थे। श्री विज ने कहा कि रतनलाल कटारिया हंसमुख नेता थे और वह गंभीर से गंभीर स्थिति में भी लोगों का मूड हंसी-मजाक से ठीक कर देते थे।गृह मंत्री अनिल विज ने पुराना किस्सा बताते हुए कहा कि सन् 1991 के चुनाव में जब पार्टी हरियाणा में हारी, तब डा. मंगलसेन जी पार्टी अध्यक्ष थे और उन्होंने हार पर मंथन के लिए बैठक बुलाई थी और तब माहौल गमगीन था। उस समय रतनलाल कटारिया ने जब अपना अनुभव बताया तो सारे ठहाके मारकर हंसने लगे।
जनता का विश्वाश है कि उन के काम तो विज ही करवा सकता है, ये दरबार फिर से शुरू होना चाहिए जिस से दरबार में आने वालों को हर सुविधा हो , अब तो उन्हे मजबूरन धूप में, बारिश में लाइन लगा कर घंटो खड़े रहना पड़ता है।