सांड के पटकने से बुजुर्ग की मौत
अंबाला स्थित कलरेहड़ी में एक बेकाबू सांड ने लकवा ग्रस्त बुजुर्ग पर हमला कर दिया। इतना ही नहीं बुजुर्ग को कई पटकनियां भी दी। शोर सुनने के बाद स्थानीय लोग जमा हुए, जिन्होंने डंडों के साथ सांड को मौके से खदेड़ा। कैंट सिविल अस्पताल से रेफर होने के बाद चंडीगढ़ पीजीआई जा रहे थे कि रास्ते में ही 65 वर्षीय बुजुर्ग सुरजभान ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने बुजुर्ग का अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। पंजोखरा थाना के जांच अधिकारी रमेश ने बताया कि रिपोर्ट में ही कारणों का पता चला पाएग। यह इतिफाकन मौत है। परिजनों के बयान दर्ज कर कार्रवाई कर दी है। रमेश ने बताया कि बुजुर्ग कारपेंटर का काम करता था। कुछ समय पहले ही लकवा यानी अधरंग हो गया था। तबीयत में काफी सुधार होने के कारण वह घर के बाहर ही थोड़ी सैर लिया करते थे। रोजाना की तरह वीरवार देरशाम को वह सैर कर रहे थे कि अचानक बेकाबू सांड ने हमला कर दिया। स्थानीय लोग भी जब तक बचा पाते, तब तक बुजुर्ग के कुल्हे में चोटें आ चुकी थी। डॉक्टरों के प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें रेफर कर दिया गया था। परिजनों के मुताबिक चंडीगढ़ के बीच रास्ते में ही मौत होने के बाद वापस कैंट सिविल अस्पताल ले आए थे। कलरेहड़ी निवासियों में आवारा पशुओं को लेकर रोष था। उनका कहना था कि यह पशु सड़कों को घुमते हुए किसी को चोट पहुंचा देते हैं बावजूद इन्हें रोकने वाला कोई नहीं है। नगर परिषद की ओर से भी इन पर लगाम कसने के लिए कोई बंदोबस्त नहीं किए गए है। प्रशासन को इसका जल्द समाधान करना चाहिए।
जनता का विश्वाश है कि उन के काम तो विज ही करवा सकता है, ये दरबार फिर से शुरू होना चाहिए जिस से दरबार में आने वालों को हर सुविधा हो , अब तो उन्हे मजबूरन धूप में, बारिश में लाइन लगा कर घंटो खड़े रहना पड़ता है।