ABN : हरियाणा सरकार ने यह साफ कर दिया है कि प्रदेश में राशन का वितरण चाहे प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत हो या खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत, लाभार्थियों को इसका लाभ बॉयोमीट्रिक ऑथेंटिकेशन सिस्टम से ही मिलेगा।हाईकोर्ट के आदेशों के बाद खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग ने इस संदर्भ में दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। सभी डिपो संचालकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने डिपुओं पर सैनिटाइजर की व्यवस्था करेंगे। लाभार्थी को राशन वितरण की हर एंट्री के बाद बॉयोमीट्रिक मशीन को सैनिटाइज किया जाएगा। उसके बाद ही अगला लाभार्थी बॉयोमीट्रिक सिस्टम का प्रयोग करेगा। इसके साथ-साथ डिपुओं के बाहर साबुन और हाथ धोने की व्यवस्था भी करनी होगी। संचालकों यह भी सुनिश्चित करेंगे कि राशन लेने वाले सभी लाभार्थी डिपो में एंट्री के दौरान मास्क पहने हों।दरअसल, हरियाणा के ही दो डिपो संचालकों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी कि राशन डिपुओं पर बॉयोमीट्रिक ऑथेंटिकेशन सिस्टम से राशन का वितरण करना संक्रमण के फैलाव के लिहाज़ से मददगार हो सकता है। याचिका के खिलाफ खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग हरियाणा की ओर से पैरवी करते हुए एक ठोस जवाब हाईकोर्ट में दाखिल किया गया। जिसमें डिपुओं पर संक्रमण से बचाव व फैलाव के तमाम इंतजामों के साथ-साथ इस बात की भी जानकारी दी गई कि आखिरकार विभाग बॉयोमीट्रिक ऑथेंटिकेशन सिस्टम से ही राशन वितरित क्यों करवाना चाहता है। इन जवाबों के बाद पहले हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने याचिका खारिज की और अब हाईकोर्ट की डबल बेंच ने भी इस संदर्भ में अपील खारिज कर दी है। ऐसा नहीं है कि संबंधित विभाग बॉयोमीट्रिक ऑथेंटिकेशन सिस्टम को बिना किसी ठोस वजह से फिर से लागू करने पर आमादा है। लॉकडाउन में विभाग ने बिना बॉयोमीट्रिक के डिपुओं पर राशन वितरण की अनुमति दे दी थी। उसके बाद जो रिपोर्ट सामने आई उससे विभाग के आला अफसर भी हैरान रह गए। बिना बॉयोमीट्रिक के राशन डिपो पर 95 प्रतिशत से 98 प्रतिशत तक लाभार्थियों को राशन वितरित हो गया। जो कि आज तक नहीं हुआ। सभी डिपुओं पर राशन वितरण की दर 90 से 92 प्रतिशत तक ही रही है। अफसर इस बात से हैरान रह गए कि बॉयोमीट्रिक हटते ही इतनी ज्यादा लाभार्थी अचानक कहां से आ गए। इसी गड़बड़ी की आशंका के चलते डिपुओं पर राशन वितरण बॉयोमीट्रिक से ही करना लागू किया गया है।#SHARE #COMMENT#AmbalaBreakingNews
जनता का विश्वाश है कि उन के काम तो विज ही करवा सकता है, ये दरबार फिर से शुरू होना चाहिए जिस से दरबार में आने वालों को हर सुविधा हो , अब तो उन्हे मजबूरन धूप में, बारिश में लाइन लगा कर घंटो खड़े रहना पड़ता है।