ABN : नैसर्गिक सौंदर्य से लबरेज हिमाचल के पहाड़ और यहां का सुहावना मौसम सैलानियों को अपनी ओर फिर से खींचने लगा है। कोरोना संकट से घरों या अपने राज्यों तक सीमित पर्यटक अब हिमाचल में सैर-सपाटे को तैयार दिख रहे हैं। महामारी की बंदिशों में महीनों बाद मिली ढील का फायदा उठाकर पर्यटक देवभूमि का रुख करने लगे हैं। हिल्सक्वीन शिमला में दिखने लगी सैलानियों की रौनक इस ओर साफ इशारा कर रही है। कुल्लू, चंबा, मंडी, सोलन और कांगड़ा जिलों में भी सैलानी दस्तक देने लगे हैं। शिमला की तर्ज पर इन जिलों में पर्यटकों की आमद अभी कम है। इन जिलों में पूछताछ के लिए पर्यटकों की इन्क्वॉयरी कॉल्स में तेजी से इजाफा हो रहा है। कोरोना संक्रमण फैलने के करीब पांच महीने बाद शिमला के पर्यटन स्थलों पर एक बार फिर सैलानियों की आवाजाही शुरू हुई है। पड़ोसी राज्यों पंजाब, हरियाणा और दिल्ली से सैलानी शिमला पहुंच रहे हैं। ऐतिहासिक रिज मैदान और माल रोड पर सैलानियों की चहलपहल दिखने लगी है। सैलानी परिवारों के साथ हिल्सक्वीन का रुख कर रहे हैं।
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हिमाचल में दिखने लगी सैलानियों की रौनक
हिमाचल में दिखने लगी सैलानियों की रौनक
पर्यटकों की बढ़ती आमद को देखते हुए शहर में करीब 20 फीसदी छोटे होटल खुल चुके हैं। बड़े होटलों को खोलने की तैयारी है। शिमला के साथ लगते पर्यटन स्थलों कुफरी, नारकंडा, नालदेहरा, मशोबरा में भी सैलानियों की रौनक शुरू हो गई है। बाहरी क्षेत्रों से आ रहे सैलानी शिमला और आसपास के होम स्टे और बेड एंड ब्रेकफास्ट इकाइयों में ठहर रहे हैं। बड़ी संख्या में ट्रैकिंग के लिए भी टूरिस्ट शिमला पहुंच रहे हैं। शिमला के साथ लगते पर्यटन स्थल चायल का भी टूरिस्ट रुख कर रहे हैं। उधर, जिला कुल्लू कई पर्यटन क्षेत्रों में होटल खुल गए हैं। निभी होटल एसोसिएशन ने एक सितंबर से होटल व होमस्टे खोल दिए हैं।
मनाली में एक अक्तूबर के बाद होटल खुलेंगे। तीर्थन वैली में पांच सितंबर से पर्यटन गतिविधियां शुरू हो रही हैं। पर्यटन नगरी कांगड़ा में फिलहाल, बाहरी राज्यों के पर्यटकों की आमद कम है। हालांकि, सैर-सपाटे के लिए पर्यटकों की पूछताछ और बुकिंग को लेकर फोन कॉल्स में लगातार इजाफा हो रहा है। सोलन के चायल और कसौली में भी आने वाले दिनों में पर्यटकों की रौनक बढ़ने की उम्मीद कारोबारी जता रहे हैं। चंबा के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल खज्जियार में पर्यटकों को ठहराने के लिए होटल संचालक अभी सरकार के निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि, डलहौजी और खज्जियार घूमने के इच्छुक पर्यटक पूछताछ के लिए संपर्क साधने लगे हैं। #SHARE#COMMENT#AmbalaBreakingNews
जनता का विश्वाश है कि उन के काम तो विज ही करवा सकता है, ये दरबार फिर से शुरू होना चाहिए जिस से दरबार में आने वालों को हर सुविधा हो , अब तो उन्हे मजबूरन धूप में, बारिश में लाइन लगा कर घंटो खड़े रहना पड़ता है।