लाल किले पर झंडा फहराने वाले को किसने दिए 5 लाख रुपये ?
दिल्ली में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के दिन किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान लालकिले पर चढ़कर केसरिया झंडा फहराने वाले आरोपी युवक युगराज सिंह को पकड़ना दिल्ली पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है। पिछले एक सप्ताह से दिल्ली पुलिस की कई टीमें युगराज सिंह की पंजाब के इलावा कई राज्यों में तलाश कर रही है। लेकिन अभी तक आरोपी युगराज सिंह उनकी हिरासत में नहीं आया। बता दें कि 26 जनवरी की घटना के बाद से ही युगराज सिंह और उसका परिवार घर पर ताला लगा कर पंजाब के तरनतारन जिले से फरार है। मिली जानकरी के मुताबिक युगराज के सभी परिवार वालों के मोबाइल फ़ोन बंद है। पुलिस के मुताबिक युगराज सिंह पंजाब के वान तारा सिंह गांव का रहने वाला है। युगराज सिंह सभी गुरद्वारों के गुबंदों व् खंभों पर चढ़कर झंडा फहराने का काम करता है। युगराज के पिता गांव में खेती का काम करते है। गुरद्वारें के गुबंदों व् खंभो पर चढ़कर झंडा फहराने व् सफाई करने के काम के लिए युगराज सिंह को पैसे मिलते थे। पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक लालकिले पर झंडा फहराने की साजिश सिंघु , टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे किसानों ने पहले रची थी। उसी के तहत 25 जनवरी को युगराज को विशेष तौर पर गांव से दिल्ली बुलाया गया था। इतना ही नहीं पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक युगराज सिंह को लाल किले पर केसरिया झंडा फेहराने के लिए 5 लाख से अधिक रकम मिली है। फ़िलहाल पुलिस इस मामले में और जानकारी जुटाने में जुटी है। बता दें कि युगराज सिंह के लालकिले पर झंडा फहराने का वीडियो वायरल होने के बाद युगराज के पिता और दादा ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए युगराज की खूब तारीफ की थी और कहा कि युगराज ने सिख पंथ के लिए गर्व का काम किया है।
जनता का विश्वाश है कि उन के काम तो विज ही करवा सकता है, ये दरबार फिर से शुरू होना चाहिए जिस से दरबार में आने वालों को हर सुविधा हो , अब तो उन्हे मजबूरन धूप में, बारिश में लाइन लगा कर घंटो खड़े रहना पड़ता है।