ABN:राज्य सरकार और किसानों में सहमति होने के बाद आईटी पार्क बनने के एलान की खबर ने करीब एक लाख लोगों के लिए रोजगार की राह खोल दी है। राजपुरा में 1100 एकड़ जमीन पर सूबा सरकार की पीएसआईबीसी की मदद से बनने वाले आईटी पार्क का निर्माण कार्य जल्द शुरू हो जाएगा। आईटी पार्क बनने से राज्य के युवा इंजीनियरों को अब अच्छे पैकेज के लिए गुरुग्राम या बंगलूरू जाने की जरूरत नहीं होगी। राजपुरा में ही ऐसी 100 से ज्यादा बहुराष्ट्रीय कंपनियों के आने की उम्मीद है। आईटी हब बनने के बाद मेकेनिकल, इलेक्ट्रानिक, कंप्यूटर, केमिकल इंजीनियरिंग कर रहे छात्रों के लिए बेहतर रोजगार के अवसर मिलेंगे। इसके अलावा बीटेक, एमटेक पोलिटेक्रिकल सहित सभी टेक्निकल विषयों में स्नातक युवाओं को इस हब में प्रवेश मिलेगा।
इसके साथ ही करीब दस हजार नौकरियां बीसीए, एमसीए, बीबीए, एमबीए, सहित नॉन टेक्निकल क्षेत्र के लोगों को मिल पाऐंगी। इसके अलावा रिसेप्शनिस्ट, गार्ड, सुपरवाइजर, क्लर्क और अकाउंटेंट आदि भी रोजगार प्राप्त कर पाएंगे। पुक्का के अध्यक्ष व आर्यन्स ग्रुप के चेयरमैन डा. अंशु कटारिया का कहना है कि आईटी पार्क बनने से जहां युवाओं के लिए रोजगार के साधन बढ़ेंगे वहीं इलाके के कालेजों को भी बेहद फायदा होगा।
विधायक हरदियाल सिंह कंबोज का कहना है मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह व सांसद पटियाला परनीत कौर के मार्ग दर्शन में राजपुरा में बनने वाला आईटी पार्क एशिया में सबसे होगा। कई नामचीन और विदेशी कंपनियां प्रोजेक्ट लगाने की दिलचस्पी दिखा रही है। सरकार आईटी पार्क पर 1600 करोड़ रुपये निवेश करेगी। आईटी पार्क पर करीब तीस हजार करोड़ रुपये लागत आने की संभावना हैं। कंबोज ने कहा कि राजपुरा के नजदीक पड़ते 6 गांवों की 1100 एकड़ पंचायती जमीन अधिग्रहीत की जाएगी। इसके लिए प्रति एकड़ 9 लाख रुपये व गांव के विकास के लिए 26 लाख रुपय सरकार की तरफ से दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि आईटी पार्क के निर्माण रसे राजपुरा विश्व के नक्शे पर आ जाएगा।#SHARE #COMMENT#AmbalaBreakingNews
जनता का विश्वाश है कि उन के काम तो विज ही करवा सकता है, ये दरबार फिर से शुरू होना चाहिए जिस से दरबार में आने वालों को हर सुविधा हो , अब तो उन्हे मजबूरन धूप में, बारिश में लाइन लगा कर घंटो खड़े रहना पड़ता है।