अंबाला ( आसमा ) हरियाणा अस्तित्व में आए लगभग 56 साल हो गए परंतु आज तक भी केवल बातों में ही हम संतो के जीवन को व्यतीत करते रहे हैं परंतु मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने जिस सहजता और सरलता से अपने अंदर के संत स्वभाव को संत कबीर दास जी की जयंती पर प्रकट किया वह निश्चित तौर पर ही वंदन अभिनंदन के योग्य है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हरियाणा के मुख्यमंत्री के निवास को *संत कबीर कुटीर* का नाम देकर एक ऐसी पहचान हरियाणा को दी है की यह आने वाले पीढ़ियों के लिए एक मार्गदर्शक होगी।
संत कबीर जी की वाणी समाज के हर वर्ग हर समुदाय के लिए थी और ऐसे ही संत के वचनों और शिक्षाओं को समाज का प्रेरणास्रोत मार्गदर्शक बनाने की जरूरत है , जिसकी एक अनूठी पहल मुख्यमंत्री ने की है जो दर्शाती है की वह कितने दूरदर्शी हैं। सचदेवा ने मुख्यमंत्री निवास को संत कबीर निवास का नाम देने पर मुख्यमंत्री को नमन किया।
आमजन को लगता होगा कि संत कबीर कुटीर नाम रख देने से क्या बदलेगा परंतु जब हम हरियाणा के मुख्यमंत्री के आवास पर जाएंगे उसकी चर्चा करेंगे तो हमारे स्वभाव,वाणी में संत कबीर जी आएंगे , जिससे निश्चित तौर पर हम सब लोग उनके वचनों याद करके उनके दिखाए हुए मार्ग पर चलने का प्रयास करेंगे।
संदीप सचदेवा ने इसके लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया और कहा की वह आशा करते हैं कि मुख्यमंत्री समाज के सभी वर्गों को सम्मान देते हुए सबका साथ सबका विकास करते हुए इसी प्रकार हरियाणा को आगे लेकर जाएंगे। मुख्यमंत्री के इस प्रेरणादायक कदम के लिए अंबाला के पूर्व मेयर रमेश लाल मल।, मनोनीत पार्षद संदीप सचदेवा, सुरेश सहोता ,मनीष आनंद, शोभा पूनिया, पिंकू सूद सुंदर ढींगरा ,मनीष मल ,यतिन बंसल ने मुख्यमंत्री के इस कदम की भूरी भूरी प्रशंसा की और कहा कि समाज हित में मुख्यमंत्री का यह कदम हमेशा याद रखा जाएगा।
जनता का विश्वाश है कि उन के काम तो विज ही करवा सकता है, ये दरबार फिर से शुरू होना चाहिए जिस से दरबार में आने वालों को हर सुविधा हो , अब तो उन्हे मजबूरन धूप में, बारिश में लाइन लगा कर घंटो खड़े रहना पड़ता है।