ABN : मां वैष्णो देवी समेत प्रदेश के सभी धार्मिक स्थल 16 से खुल जाएंगे। इसके लिए सरकार की ओर से एसओपी जारी कर दी गई है। वैष्णो देवी यात्रा पर रोजाना पांच हजार श्रद्धालु ही जाएंगे। इनमें प्रदेश के बाहर से आने वाले केवल 500 यात्रियों को अनुमति होगी। पंजीकरण ऑनलाइन ही होगा ताकि काउंटर पर भीड़ न होने पाए। मां वैष्णो देवी यात्रा के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। श्राइन बोर्ड के सीईओ तथा रियासी की जिला उपायुक्त इनका पालन सुनिश्चित कराएंगे।
एसओपी के अनुसार वैष्णो देवी में 30 सितंबर, 2020 तक प्रतिदिन 5000 श्रद्धालु भेजने की इजाजत होगी। प्रदेश से बाहर से आने वाले सभी श्रद्धालु का प्रोटोकाल के तहत 100 फीसदी कोविड एंटीजन टेस्ट होगा। रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही यात्रा की इजाजत होगी। इसी तरह रेड जोन से आने वाले यात्रियों का भी रैपिड टेस्ट होगा। यात्रा के लिए रिपोर्ट निगेटिव होना जरूरी होगा। यात्रा मार्ग पर कई जगह रैपिड एंटीजन टेस्ट की सुविधा मुहैया करवाई जाएगी।
संक्रमण रोकने के लिए फ्रंटलाइन स्टाफ और अन्य सेवा धारकों के भी एंटीजन टेस्ट होंगे। शौचालय ब्लॉक, स्नान घाट, गेस्ट हाउस, बैटरी कार, हेलिकॉप्टर, केबल कार पर सेनिटाइजेशन और सफाई को भी सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।साथ ही भवन क्षेत्र में एक समय में 600 से अधिक व्यक्ति मौजूद नहीं रहेंगे। इसमें यात्री, सुरक्षाकर्मी व अन्य सेवा धारक शामिल हैं। सामाजिक दूरी के लिए सभी यात्रा मार्गों का इस्तेमाल किया जाएगा। भवन में सामाजिक दूरी के साथ बेहतर वेंटिलेशन के साथ-साथ हाथ-पांव धोने के लिए उचित इंतजाम करने होंगे लेकिन कंबल आदि की सुविधा नहीं दी जाएगी। दर्शन के बाद श्रद्धालुओं को भवन क्षेत्र में नहीं रुकने दिया जाएगा।#SHARE#COMMENT#AmbalaBreakingNews
जनता का विश्वाश है कि उन के काम तो विज ही करवा सकता है, ये दरबार फिर से शुरू होना चाहिए जिस से दरबार में आने वालों को हर सुविधा हो , अब तो उन्हे मजबूरन धूप में, बारिश में लाइन लगा कर घंटो खड़े रहना पड़ता है।