देश में कोरोना वायरस के प्रसार को लेकर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में आइसीएमआर के महानिदेशक प्रोफेसर (डॉ) बलराम भार्गव ने कहा कि भारत इतना बड़ा देश है। यहां कोरोना वायरस की व्यापकता बहुत कम है। भारत में कोरोना वायरस कम्युनिटी ट्रांसमिशन के फेज में नहीं है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि 83 जिलों में सर्वे किया गया। इस सर्वे के मुताबिक लॉकडाउन कामयाब रहा है। कई जिलों में कोरोना से मृत्यु दर बहुत ही कम है। हालांकि सभी को मास्क लगाना, हाथ धोना और सोशल डिस्टैंसिंग बनाए रखना जरूरी है। प्रोफेसर (डॉ) बलराम भार्गव ने कहा कि राज्य अपने गार्ड को कम नहीं कर सकते और COVID19 के प्रसार को रोकने के लिए प्रभावी निगरानी और रोकथाम रणनीतियों को लागू करने की आवश्यकता है। हमने पाया कि इन 15 जिलों में लगभग 0.73 फीसद लोगों ने संक्रमण का प्रसार हुआ। इसका मतलब है कि लॉकडाउन के उपाय इसे कम रखने और तेजी से फैलने से रोकने में सफल रहे। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि आज देश का रिकवरी रेट 49.21% है, अब देश में रिकवर हो चुके लोगों की संख्या सक्रिय मामलों की संख्या से ज्यादा है। 11 जून तक हमारे देश में 1,41,028 लोग रिकवर हो चुके हैं। हमें तुलना उसी देश से करनी चाहिए जिसकी जनसंख्या हमारे देश के लगभग समान है। जिन देशों की जनसंख्या हमारे देश के अनुपात में काफी कम है उनके साथ हम तुलना नहीं कर सकते।
जनता का विश्वाश है कि उन के काम तो विज ही करवा सकता है, ये दरबार फिर से शुरू होना चाहिए जिस से दरबार में आने वालों को हर सुविधा हो , अब तो उन्हे मजबूरन धूप में, बारिश में लाइन लगा कर घंटो खड़े रहना पड़ता है।