ABN : हरियाणा में कम बिजली का इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिली है बिजली निगम ने दरों में भारी कमी की है। अब हर माह 150 यूनिट तक बिजली खपत करने वाले उपभाेक्ताओं कम बिजली बिल चुकाना होगा। 150 प्रति यूनिट बिजली की दर में प्रति यूनिट 1.80 रुपये की कमी की गई है। अब नई दर 2.70 रुपये प्रति यूनिट हाेगी। पहले यह प्रति यूनिट 4.50 रुपये थी।कोरोना वायरस के संक्रमण में आम आदमी को राहत देते हुए हरियाणा विद्युत विनियामक आयोग (एचईआरसी) के आदेश पर सर्कुलर जारी कर दिया गया है। यह दर 1 जून से लागू कर दिए गए हैं। प्रदेश में दक्षिण और उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम से लाखों उपभोक्ताओं को बिजली सप्लाई होती है। दोनों निगम में करीब 65 लाख उपभोक्ता हैं। इसमें दक्षिण में करीब पौने 33 लाख तो उत्तर में करीब साढ़े 32 लाख उपभोक्ता हैं।
इन उपभोक्ताओं को अब सीधे तौर पर फायदा होने जा रहा है। दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम की तरफ से जारी सुर्कलर डी-14 में नया टैरिफ जारी किया गया है। निगम को हो रहा फायदा भी इसका एक कारण माना जा रहा है। उसका लाभ अब उपभोक्ता को दिया गया है।'' बिजली निगम की तरफ से उपभोक्ताओं के बिजली बिल के रेट कम किए गए हैं। आम उपभोक्ता को इसका सीधे तौर पर फायदा होगा। इसका सर्कुलर जारी कर दिया गया है।
आरके सोढा, डायरेक्टर आपरेशन, दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम।
नया टैरिफ
कैटेगरी : 1
0-50 यूनिट : 2 रुपये
51-100 यूनिट : 2.50 रुपये
कैटेगरी : 2
0-150 यूनिट : 2.50 रुपये
151-250 यूनिट : 5.25 रुपये
251-500 यूनिट : 6.30 रुपये
501-800 यूनिट : 7.10 रुपये
कैटेगरी : 3
801 से ऊपर यूनिट : 7.10 रुपये फ्लैट
पहले
कैटेगरी : 1
0-50 यूनिट : 2.70 रुपये
51-100 यूनिट : 4.50 रुपये
कैटेगरी : 2
0-150 यूनिट : 4.50 रुपये
151-250 यूनिट : 5.25 रुपये
251-500 यूनिट : 6.30 रुपये
501-800 यूनिट : 7.10 रुपये
कैटेगरी : 3
801 से ऊपर यूनिट : 7.10 रुपये फ्लैट
दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम में उपभोक्ता
कुल उपभोक्ता : करीब पौने 33 लाख
- घरेलू ग्रामीण : करीब साढ़े 16 लाख
- शहरी : करीब 9 लाख
- इसके अलावा एपी, औद्योगिक, स्ट्रीट लाइट आदि कई वर्ग में कनेक्शन है।#SHARE #COMMENT#AmbalaBreakingNews
जनता का विश्वाश है कि उन के काम तो विज ही करवा सकता है, ये दरबार फिर से शुरू होना चाहिए जिस से दरबार में आने वालों को हर सुविधा हो , अब तो उन्हे मजबूरन धूप में, बारिश में लाइन लगा कर घंटो खड़े रहना पड़ता है।