भले ही अब तक कोरोना महामारी की कोई वैक्सीन नहीं बनी लेकिन कोरोना बीमारी से ठीक हुए मरीजों के शरीर में रोगों से लड़ने की क्षमता से बनी एंटीबाडी कोरोना मरीजों की जान प्लाज्मा के जरिये बचा सकती है। इसके लिए भिवानी के युवा कल्याण संगठन ने अब कोरोना बीमारी से पीड़ित होकर ठीक हो चुके मरीज़ों का पंजीकरण प्लाज्मा दान करने के लिए शुरू कर दिए है ताकि सीरियस मरीज़ों की जान बचायी जा सके। कोरोना बीमारी का परीक्षण इंसानों पर देश भर में शुरू हो चुका है। जिसके पहले चरण का कार्य हरियाणा के रोहतक मेडिकल कॉलेज में किया जा रहा है। ऐसे में प्लाज्मा थेरेपी कोरोना के सीरियस मरीज़ों की जान बचाने में कारगर साबित हो रही है जिसकी इजाज़त केंद्रीय स्वस्थ मंत्रालय से जुडी संस्था आईसीएमआर ने भी दे रखी है।
होम
प्लाज्मा थेरेपी के जरिये बचायी जा सकती है कोरोना मरीज़ों की जान
जनता का विश्वाश है कि उन के काम तो विज ही करवा सकता है, ये दरबार फिर से शुरू होना चाहिए जिस से दरबार में आने वालों को हर सुविधा हो , अब तो उन्हे मजबूरन धूप में, बारिश में लाइन लगा कर घंटो खड़े रहना पड़ता है।