क्या पेट्रोल-डीजल के दाम होंगे कम ?
देश मे बढ़ते पेट्रोल डीजल के दामों ने लोगों की कमर तोड़ रखी है। पेट्रोल डीजल के दाम लगातार कई दिनों से बढ़ते जा रहे है , जिसकी वजह से हर वर्ग को परेशानी झेलनी पड़ रही है। कीमतों में लगातार बढ़ोतरी के चलते इन उत्पादों के दाम ऐतिहासिक उच्च स्तर पर पहुँच गए है। बढ़ती महंगाई के चलते विपक्षी पार्टियों और समाज के एक वर्ग की तरफ से ये मांग उठी है कि सरकार को इन उत्पादों पर एक्साइज ड्यूटी कम कर लोगों को राहत प्रदान करनी चाहिए।
आआईसीआईसीआई सिक्योरिटीज की एक रिपोर्ट के अनुसार अगर एक्साइज ड्यूटी में कटौती नही होती तो वित्त वर्ष 2020 में ऑटो फ्यूल्स पर एक्साइज ड्यूटी बजट अनुमान 3.2 लाख करोड़ की तुलना में 4.35 लाख करोड़ रुपये रहेगी। वहीं अगर एक्साइज ड्यूटी में 1 अप्रैल या उससे पहले 8.5 रुपये प्रति लीटर की कटौती होती है , तो भी वित्त वर्ष 2022 में बजट अनुमान को पाया जा सकता है।
बता दें कि पेट्रोल डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में कटौती करने को लेकर वित्त मंत्रालय में विचार किया जा रहा है , जिसको लेकर पेट्रोलियम मंत्रालय और कंपनियों से भी संपर्क किया जा रहा है। वित्त मंत्रालय ने पेट्रोल डीजल की कीमतों में राहत को लेकर राज्यों से भी विचार किया जा रहा है। ताकि पेट्रोलियम ईंधन के दामों में लगाम सहमति के साथ लगाई जाए।
जनता का विश्वाश है कि उन के काम तो विज ही करवा सकता है, ये दरबार फिर से शुरू होना चाहिए जिस से दरबार में आने वालों को हर सुविधा हो , अब तो उन्हे मजबूरन धूप में, बारिश में लाइन लगा कर घंटो खड़े रहना पड़ता है।