कोरोना संकट के बीच यूरोपीय देशों में भी शुरू होगी यात्रा
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कोरोना वायरस के प्रसार पर रोकथाम के लिए यूरोपियन यूनियन में भी अनावश्यक यात्रा पर रोक लगा दी गई थी. हालांकि गुरुवार की घोषणा के बाद अब इन नियमों में ढील दे दी गई है. यूरोपीय यूनियन ने महाद्वीप में गैर जरूरी यात्राओं पर लगी पाबंदियों पर एक जुलाई से ढील देने का ऐलान किया है.नई छूट की तहत विदेशी छात्रों, यूरोपियन यूनियन के बाहर के लोग जो यूरोप में रहते हैं और हाइली स्किल्ड वर्कर्स को भी 1 जुलाई से मिलने वाली ढील का लाभ मिल सकेगा.यूरोपियन यूनियन ने मार्च महीने में जैसे ही कोरोना वायरस तेजी से फैलना शुरू हुआ, सभी तरह की अनावश्यक यात्रा पर रोक लगा दी. यह रोक 27 यूरोपीय देशों के अलावा आइसलैंड, लिकटेंस्टीन, नार्वे और स्विट्जरलैंड में 15 जून तक लगाई गई थी.अनावश्यक यात्रा में ढील देने के बाद अब यूरोप की सीमा के अंदर बिना आईडी चेक किए यात्रा संभव हो पाएगी. यानी कि जून के अंत से अब यूनियन के अंदर बेरोकटोक यात्रा की जा सकेगी.इससे पहले यूरोपियन यूनियन ने ब्रिटेन को छोड़कर सभी देशों के नागरिकों के यूरोप में प्रवेश पर पाबंदी लगा दी थी. यूरोपियन यूनियन ने लॉकडाउन के चलते प्रभावित अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए बाहरी सीमाओं को खोलने की सिफारिश की है.
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जनता का विश्वाश है कि उन के काम तो विज ही करवा सकता है, ये दरबार फिर से शुरू होना चाहिए जिस से दरबार में आने वालों को हर सुविधा हो , अब तो उन्हे मजबूरन धूप में, बारिश में लाइन लगा कर घंटो खड़े रहना पड़ता है।
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