ABN : शहर के सरकारी व गैर-सरकारी 12 कालेजों में पीजी व एमफिल-पीएचडी प्रोग्राम के लिये केंद्र शासित प्रदेश यानी यूटी प्रशासन के डायरेक्टर हायर एजुकेशन रुबिंदरजीत सिंह बराड़ द्वारा ऑनलाइन संयुक्त प्रास्पेक्ट्स लॉन्च किया गया। आवेदकों के प्रवेश-पत्र भरने के लिए 15 अक्तूबर को पोर्टल खुलेगा और ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि 22 अक्तूबर है। प्रॉस्पेक्टस स्केच में महत्वपूर्ण तिथियां और समय देने के लिए विस्तृत ऑनलाइन प्रवेश अनुसूची है। वर्तमान कोविड -19 महामारी की स्थिति को ध्यान में रखते हुए सभी स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश की पूरी प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया गया है। प्रवेश गैर-केंद्रीकृत होगा और कॉलेज स्तर पर ही किया जाएगा। पंजाब विश्वविद्यालय के दिशानिर्देशों के अनुसार किसी भी पाठ्यक्रम के लिए कोई प्रवेश परीक्षा नहीं होगी। प्रवेश विशुद्ध रूप से मेरिट के आधार पर किया जाएगा। पीजी पाठ्यक्रम (एमए/ एम.कॉम/ एमएससी/ एमपीएड) में लगभग 3500 सीटें हैं। इसके अलावा सरकारी और एडिड कॉलेजों दोनों में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा में लगभग 800 सीटें उपलब्ध हैं। इस साल एक नई विशेषता यह है कि आवेदक को एक एसएमएस प्राप्त होगा कि वे कॉलेज की सीट उन्हें सौंपे जाने के बाद उन्हें अपना शुल्क जमा करने के लिए सूचित करें।
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कॉलेजों में पीजी कोर्सों के लिये ऑनलाइन दाखिले शुरू
कॉलेजों में पीजी कोर्सों के लिये ऑनलाइन दाखिले शुरू
यूटी की ओर से साफ कर दिया गया है कि इस बार ऑफलाइन एडमिशन नहीं होंगे, सिर्फ आनलाइन फार्म भरने वाले छात्रों को ही दाखिला देने पर विचार होगा। प्रॉस्पेक्टस के मुताबिक 31 अक्तूबर तक छात्रों के एडमिशन चलेंगे। कालेज के प्रिंसिपल की सिफारिश पर दाखिले 11 नवंबर तक भी लिये जा सकेंगे जिसके लिये एक हजार रुपये लेट फीस चुकानी होगी। इसी तरह से कुलपति की सिफारिश पर 25 अक्तूबर तक भी कालेज छात्रों को दाखिला दे सकेंगे और इसके लिये वे 3000 रुपये लेट फीस देने होंगे। पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सेज 2020-2021 के लिए ऑनलाइन जॉइंट प्रॉस्पेक्टस तैयार करने की जिम्मेदारी उच्च शिक्षा विभाग, चंडीगढ़ प्रशासन ने सेक्टर 42 स्थित पीजीजीसीजी-42 महाविद्यालय को दी थी। #SHARE#COMMENT#AmbalaBreakingNews
जनता का विश्वाश है कि उन के काम तो विज ही करवा सकता है, ये दरबार फिर से शुरू होना चाहिए जिस से दरबार में आने वालों को हर सुविधा हो , अब तो उन्हे मजबूरन धूप में, बारिश में लाइन लगा कर घंटो खड़े रहना पड़ता है।