टिंबर मार्किट स्थित जैन धर्मशाला में सेवा सदन के तत्वावधान में शनिवार रात्रि महफिल-ए-मामू आल्हा बख्श कव्वाली कार्यक्रम आयोजित हुआ। व्यवस्थापक हेमचंद जैन की देखरेख में हुए इस कार्यक्रम में गंगोह के मशहूर कव्वाल नसीर गंगोही एंड पार्टी द्वारा मामू आल्हाबख्श की शान में एक से बढक़र एक सूफियाना कलाम पढ़ते हुए कव्वालियां पेश की। दूर-दूर से भारी संख्या में आए श्रद्धालुओं ने माथा टेक कर आशीर्वाद लिया। भक्त मोहनलाल (गुरु जी) बिशनगढ़ वाले के सान्निध्य में भगत राममूर्ति,भगत अनिल जैन,भगत मंजीत सिंह,भगत विक्रम कबीर सिंह,भगत मोहन लाल मुलाना वाले,भगत अजायब सिंह और सोनू भगत पिहोवा गद्दी पर विराजमान हुए। बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने भक्तों से आशीर्वाद लिया। इससे पूर्व विशाल भंडारे में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। मामू साहब का बोलबाला हो..... के पवित्र उद्घोष से आरंभ हुई महफिल में कव्वालों ने कई यादगार कव्वालियां सुनाई जिनमें ये तेरा क रम है मामू पिया, मुझे क्या से क्या बना दिया....., आप रूठे तो मनाने में मजा आता है..., ऐसी पोशाक मेरे मामू ने पहनाई है..., आया जो नजर जलवा महबूब-ए-इलाही का... औरदर पे मामू के मुकद्दर का कोई खेल नहीं, मेरे मामू के घर देर है अंधेर नहीं...इत्यादि कव्वालियां काफी सराही गई। श्रद्धालु रात भर मामू की महफिल में झूमते रहे। सुबह रंग की रस्म के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ। अगला महफिल-ए-मामू कव्वाली कार्यक्रम 1 जून को बराड़ा में होगा। इस अवसर पर सेवादार भाग सिंह, बलजीत शर्मा,दुर्गाप्रसाद बंसल, अवतार सिंह ठोल,सुनील गौरी,सतीश सैनी,रणदीप सिंह,मनप्रीत सिंह,अशोक कुमार,राहुल हथीरा, कमल बंसल,राजकुमार सैनी,विकास सैनी,अश्वनी सैनी बंटी, विक्रम सैनी, मुलतान सिंह पिंडारसी और विक्रम शर्मा इसराना सहित अन्य शामिल रहे।
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आया जो नजर जलवा महबूब-ए-इलाही का... - महफिल-ए-मामू आल्हा बख्श आयोजित
जनता का विश्वाश है कि उन के काम तो विज ही करवा सकता है, ये दरबार फिर से शुरू होना चाहिए जिस से दरबार में आने वालों को हर सुविधा हो , अब तो उन्हे मजबूरन धूप में, बारिश में लाइन लगा कर घंटो खड़े रहना पड़ता है।