ABN : श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के भूमिपूजन में सिखों की मौजूदगी तो थी लेकिन सिखों के प्रमुख जत्थेदार नहीं पहुंचे थे। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने सिख धर्म की सर्वोच्च पीठ श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह सहित अन्य तख्तों के जत्थेदारों को न्योता भेजा था। लेकिन कट्टरपंथियों के दबाव में ये लोग वहां नहीं गए। पीएम मोदी ने श्री अमृतसर साहिब व पटना साहिब का जिक्र कर सिख धर्म के दो सर्वोच्च धार्मिक स्थानों को इस पावन अनुष्ठान से जोड़ा। अमृतसर में सिख धर्म का धार्मिक केंद्र हरमंदिर साहिब और श्री अकाल तख्त साहिब है। दूसरी तरफ तख्त श्री पटना साहिब, जहां गोबिंद सिंह जी ने अवतार लिया था। प्रधानमंत्री ने सिखों के दोनों केंद्रीय बिंदुओं को राममय बताया। वहीं कहा कि श्री गुरु गोबिंद सिंह ने भी गोबिंद रामायण लिखी है। गोबिंद सिंह द्वारा रचित दशम ग्रंथ में राम अवतार व कृष्ण अवतार के दो अध्याय हैं।#SHARE#COMMENT#AmbalaBreakingNews
जनता का विश्वाश है कि उन के काम तो विज ही करवा सकता है, ये दरबार फिर से शुरू होना चाहिए जिस से दरबार में आने वालों को हर सुविधा हो , अब तो उन्हे मजबूरन धूप में, बारिश में लाइन लगा कर घंटो खड़े रहना पड़ता है।